राजकुमार चैनसिंह
नरसिंहगढ़
मध्यप्रदेश में नरसिंहगढ़ ऊमट (परमार वंश) का एक छोटा सा राज्य था. अंग्रेजों के विरुद्ध भारतियों ने विद्रोह किया, उसमें नरसिंहगढ़ के राजकुमार चैनसिंह ने भी अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया था. राजकुमार चैनसिंह के पास छोटी सी सेना थी. अंग्रेजों ने मौका पाकर उसे चारों ओर से घेर लिया. विकट परिस्थितियों के बावजूद राजकुमार चैनसिंह ने अंग्रेज महाशक्ति के आगे कायरों की तरह भागना क्षात्र परम्पराओं के अनुकूल नहीं समझा और वीरतापूर्वक लड़ते हुए युद्ध क्षेत्र में देश की स्वाधीनता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया. उसने युद्ध क्षेत्र में जो शौर्य प्रदर्शित किया उसे देख अंग्रेज अधिकारी भी अचम्भित हुए बिना नहीं रह सके.